Bihar Election 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरों पर है। जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नज़दीक आ रही है, राजनीतिक दलों की सक्रियता बढ़ती जा रही है। इस बीच दो अहम पार्टियों को उनके चुनाव चिह्न भी मिल चुके हैं, जिससे उनके समर्थकों में उत्साह का माहौल है।
‘स्कूल बैग’ बना जन सुराज का प्रतीक, शिक्षा और विकास का दिया संदेश
चुनाव आयोग ने प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी को ‘स्कूल बैग’ का चुनाव चिन्ह आवंटित किया है। पार्टी ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह प्रतीक शिक्षा और प्रगति की दिशा में उनके विज़न को दर्शाता है। अब जन सुराज के सभी 243 प्रत्याशी इसी निशान के साथ चुनाव मैदान में उतरेंगे।
VIP को दोबारा मिला ‘नाव’, मुकेश सहनी ने जताई खुशी
विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख मुकेश सहनी को एक बार फिर से उनका पुराना और प्रिय चुनाव चिह्न ‘नाव’ मिल गया है। सहनी ने इसे अपनी पार्टी के लिए शुभ संकेत बताया और भरोसा जताया कि यह चुनाव चिह्न उनके जनाधार को मजबूत करेगा।
रालोमो को मिला ‘गैस सिलेंडर’, कुशवाहा मैदान में तैयार
इस चुनावी दौड़ में राष्ट्र लोक जनता पार्टी (रालोमो) के नेता उपेंद्र कुशवाहा को ‘गैस सिलेंडर’ प्रतीक दिया गया है। यह नया चुनाव चिह्न उनके लिए जमीनी स्तर पर एक नई पहचान स्थापित कर सकता है।
प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी: एक नई राजनीतिक ताकत
प्रशांत किशोर, जिन्हें लोग PK के नाम से भी जानते हैं, ने जन सुराज पार्टी की स्थापना की थी। वे पहले एक रणनीतिकार के रूप में देश के कई बड़े चुनावों में सफलता दिला चुके हैं। 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में उन्होंने नीतीश कुमार और लालू यादव के महागठबंधन की जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
अब PK अपनी खुद की पार्टी के ज़रिए बिहार में एक नई राजनीतिक धारा स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं।
बिहार की सियासत में चुनावी चिन्हों का महत्व हमेशा से रहा है। एक ओर ‘स्कूल बैग’ शिक्षा और भविष्य का प्रतीक बनकर जन सुराज की सोच को दर्शाता है, तो वहीं ‘नाव’ जैसे पुराने प्रतीक सहनी के अनुभव और भरोसे को दर्शाते हैं। अब देखना होगा कि जनता किस चिन्ह और किस विचारधारा को स्वीकार करती है।