बिहार के गया जिले से मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है, जहां होमगार्ड की बहाली प्रक्रिया में शामिल होने आई एक युवती के साथ कथित रूप से गैंगरेप की वारदात हुई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, युवती अचानक बीमार होकर बेहोश हो गई थी, जिसके बाद प्रशासन द्वारा उसे इलाज के लिए एम्बुलेंस से अस्पताल भेजा गया। लेकिन आरोप है कि इसी एम्बुलेंस में मौजूद कर्मियों ने युवती के साथ दुष्कर्म किया।
महिला सुरक्षा पर उठे गंभीर सवाल
यह घटना सामने आने के बाद बिहार में महिला सुरक्षा को लेकर फिर से बहस छिड़ गई है। लगातार हो रही आपराधिक घटनाएं राज्य में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही हैं। पीड़िता की स्थिति को देखते हुए मामले की गंभीरता और संवेदनशीलता को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
राजनीति में गरमाई हलचल, तेजस्वी यादव ने सरकार पर साधा निशाना
घटना को लेकर विपक्ष भी पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरते हुए बयान जारी किया। उन्होंने लिखा:
“गया में होमगार्ड की भर्ती में शामिल होने आई एक बेटी बेहोश होकर गिर पड़ी और उसी हालत में उसे इलाज के लिए भेजी गई एम्बुलेंस में उसके साथ गैंगरेप हुआ। क्या इसे राक्षस राज कहें, महाजंगलराज कहें, या फिर मोदी-नीतीश का कुशासन?”
“नीतीश सरकार की चुप्पी आपराधिक” – तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने अपनी पोस्ट में सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में रोजाना महिलाएं, बच्चियां और मासूम अपनी अस्मिता खो रही हैं, लेकिन सरकार के मंत्री, डिप्टी सीएम और प्रशासन इस पर मौन हैं।
उन्होंने सवाल उठाया कि यदि ऐसी घटनाओं पर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आती, तो यह चुप्पी भी एक प्रकार का अपराध है। उन्होंने इसे जातिवादी सोच और पक्षपात की संज्ञा भी दी।
जांच की मांग, न्याय की गुहार
इस पूरी घटना ने प्रदेश के आम नागरिकों और महिला संगठनों को झकझोर कर रख दिया है। आमजन न्याय की मांग कर रहे हैं और आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग उठ रही है।
गया की यह दर्दनाक घटना ना सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि महिला सुरक्षा की स्थिति अब भी चिंताजनक बनी हुई है। जरूरत है कि सरकार दोषियों को कड़ी सजा दे और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।