IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला 2 जुलाई से एजबेस्टन मैदान पर खेला जाएगा। पहले मैच में हार झेल चुकी टीम इंडिया के सामने अब दोहरी चुनौती खड़ी हो गई है—एक तो मैदान पर अब तक की खराब रिकॉर्ड और दूसरी, तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति।
खराब फील्डिंग बनी भारत की कमजोरी
पहले टेस्ट में टीम इंडिया की फील्डिंग कमजोर कड़ी साबित हुई। खासकर युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल सहित कई खिलाड़ियों ने महत्वपूर्ण कैच टपकाए, जिससे इंग्लैंड को वापसी करने का मौका मिला और टीम इंडिया को पांच विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
ब्रैड हैडिन की चेतावनी: फील्डिंग में चाहिए मानसिकता में बदलाव
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर और 66 टेस्ट खेल चुके ब्रैड हैडिन ने भारत को सलाह दी है कि अगर वह इस सीरीज में वापसी करना चाहती है, तो उसे अपनी फील्डिंग मानसिकता बदलनी होगी।
“हर सफल टीम की एक पहचान होती है—शानदार फील्डिंग। शुभमन गिल को चाहिए कि वे इस टीम में फील्डिंग संस्कृति की शुरुआत करें,” हैडिन ने कहा।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस साल आईपीएल में भी कैचिंग स्तर बहुत खराब रहा और अब समय आ गया है कि भारत सर्वश्रेष्ठ फील्डिंग यूनिट बनने के रास्ते पर चले।
बुमराह की गैरमौजूदगी बढ़ाएगी दबाव
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत के स्टार गेंदबाज जसप्रीत बुमराह इस टेस्ट में नहीं खेल पाएंगे। ऐसे में गेंदबाजी आक्रमण में अनुभव की कमी टीम के लिए सिरदर्द बन सकती है।
एजबेस्टन में नहीं खुला है जीत का खाता
भारत ने अब तक एजबेस्टन के मैदान पर एक भी टेस्ट मुकाबला नहीं जीता है। ऐसे में यह टेस्ट मैच शुभमन गिल की कप्तानी और टीम की मानसिक मजबूती की असली परीक्षा बन सकता है।
भारत के लिए यह मुकाबला सिर्फ एक मैच नहीं बल्कि पूरे सीरीज की दिशा तय करने वाला हो सकता है। फील्डिंग में सुधार और सही टीम कॉम्बिनेशन के साथ अगर गिल की टीम उतरे, तो जीत की उम्मीद की जा सकती है।