Bihar Road Project: बिहार के विकास को रफ्तार देने वाली बहुप्रतीक्षित पटना-बेतिया चार लेन एक्सप्रेस-वे परियोजना को केंद्र सरकार की वित्तीय स्वीकृति मिल गई है। दिल्ली में हुई आर्थिक कार्य विभाग (DEA) की बैठक में इस परियोजना को हाइब्रिड एन्युटी मॉडल के तहत आगे बढ़ाने पर सहमति जताई गई है।
4000 करोड़ की लागत, केंद्र और एजेंसी मिलकर करेंगे निवेश
करीब 4000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली इस सड़क परियोजना में केंद्र सरकार 40% खर्च वहन करेगी, जबकि 60% राशि निर्माण एजेंसी द्वारा लगाई जाएगी। इससे सड़क निर्माण में पारदर्शिता और गति आने की उम्मीद है।
147 किलोमीटर होगी नई ग्रीनफील्ड सड़क, AIIMS पटना से होगी शुरुआत
यह परियोजना एनएच 139 डब्ल्यू के तहत बनाई जाएगी, जिसमें से 147 किलोमीटर का हिस्सा पूरी तरह ग्रीनफील्ड होगा। सड़क की शुरुआत AIIMS पटना गोलंबर से होगी और यह जेपी सेतु, बकरपुर, मानिकपुर, साहेबगंज, केसरिया, अरेराज होते हुए बेतिया के पास एनएच 727 से जुड़ेगी।

हाई-स्पीड एक्सेस कंट्रोल सड़क से घटेगा सफर
नया एक्सप्रेस-वे एक्सेस कंट्रोल्ड होगा, जिससे वाहनों की अधिकतम रफ्तार 100 किमी/घंटा तक हो सकेगी। इसके चलते पटना से बेतिया का सफर, जो अभी 5-6 घंटे में पूरा होता है, घटकर सिर्फ 3 घंटे रह जाएगा। इसके साथ ही क्षेत्रीय व्यापार और पर्यटन को भी नया आयाम मिलेगा।
बगहा और कुशीनगर तक चार लेन विस्तार की तैयारी
बेतिया से बगहा के बीच फोर लेन सड़क के लिए डीपीआर तैयार किया जा रहा है। आगे चलकर इसे कुशीनगर से भी जोड़ा जाएगा। जब यह पूरा नेटवर्क बनकर तैयार हो जाएगा, तब पटना से कुशीनगर का सफर सिर्फ 4 से साढ़े 4 घंटे में पूरा किया जा सकेगा।