Delhi-Jaipur Expressway : दिल्ली और जयपुर के बीच सफर करने वालों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। देशभर में तेजी से बन रहे एक्सप्रेसवे की श्रृंखला में अब एक और अहम कड़ी जुड़ने जा रही है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने जानकारी दी है कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को पिंकसिटी जयपुर से जोड़ने वाला नया लिंक रोड जून 2025 तक बनकर पूरी तरह तैयार हो जाएगा।
वर्तमान में दिल्ली से जयपुर की यात्रा में तकरीबन 6 घंटे का समय लग जाता है। लेकिन नए लिंक रोड के शुरू होने के बाद यह दूरी घटकर महज 2.5 घंटे में पूरी की जा सकेगी। यह बदलाव न केवल समय की बचत करेगा, बल्कि यात्रा को भी सुगम और सुविधाजनक बनाएगा।
“एक्सप्रेसवे” के विस्तार से बढ़ेगी रफ्तार
बांदीकुई और जयपुर रिंग रोड के बीच बनने वाला यह नया 67 किलोमीटर लंबा लिंक रोड लगभग तैयार है। इसके बनते ही दिल्ली से निकलने वाले वाहन सीधे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के रास्ते जयपुर तक पहुंच सकेंगे। इस हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से वाहन चलाने की अनुमति होगी, जिससे यात्रा का समय और भी कम हो जाएगा।

वर्तमान में जयपुर जाने के लिए दिल्ली से गुरुग्राम या फरीदाबाद होकर दौसा तक जाना होता है, जहां से पुराना NH-21 हाईवे पकड़ना पड़ता है। यह चार लेन वाला हाईवे कई कस्बों और गांवों से गुजरता है, जहां पर अक्सर ट्रैफिक जाम की समस्या रहती है। ऐसे में दौसा से जयपुर के बीच की 100 किलोमीटर दूरी को पार करने में ही 2 से 3 घंटे लग जाते हैं।
समय, दूरी और ईंधन तीनों में होगी बचत
बांदीकुई से जयपुर तक बना नया लिंक रोड मौजूदा मार्ग की तुलना में लगभग 33 किलोमीटर छोटा होगा। इसकी डिजाइनिंग इस तरह से की गई है कि बीच रास्ते में वाहन चालकों को एक्सप्रेसवे से उतरने की जरूरत नहीं होगी। यह सीधा और जाम-मुक्त मार्ग वाहन चालकों को दिल्ली से जयपुर तक नॉनस्टॉप सफर की सुविधा देगा।
NHAI की योजना के अनुसार, अब गुरुग्राम या फरीदाबाद होकर निकलने की जरूरत नहीं रहेगी। दिल्ली के DND फ्लाईवे से ही वाहन इस नए मार्ग के जरिए सीधे जयपुर की ओर निकल सकेंगे। केवल एक किलोमीटर के स्ट्रेच पर काम बाकी है, जिसमें दिल्ली-अहमदाबाद रेलवे लाइन पर एक ओवरब्रिज का निर्माण चल रहा है।
एक बार यह कार्य भी पूर्ण हो जाने के बाद दिल्ली से जयपुर तक की यात्रा ना केवल सुविधाजनक बल्कि किफायती भी हो जाएगी। यात्रियों को ट्रैफिक, रुकावटें और ईंधन की बर्बादी से भी निजात मिलेगी।