Rain Havoc: देश का मौसम इन दिनों दो चरम स्थितियों का गवाह बन रहा है। जहां उत्तर और मध्य भारत के कई राज्य गर्मी की भट्टी में झुलस रहे हैं, वहीं पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में बारिश और तेज हवाओं ने आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के ताज़ा अनुमान बताते हैं कि यह असमान मौसमी मिजाज अगले एक हफ्ते तक जारी रह सकता है।
उत्तर भारत में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है, वहीं दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई इलाकों में लू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। इसके उलट, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा जैसे पूर्वोत्तर राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।

मौसम विभाग के अनुसार, 23 से 27 अप्रैल के बीच असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में लगातार बारिश होगी। खासकर अरुणाचल प्रदेश में 23 और 24 अप्रैल को बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान है। वहीं, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 23 से 26 अप्रैल के दौरान भारी वर्षा की संभावना है।
दक्षिण भारत भी नहीं है अछूता
बारिश का असर सिर्फ पूर्वोत्तर तक सीमित नहीं है। कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, रायलसीमा, केरल, माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भी अगले सात दिनों तक गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है। इन इलाकों में हवाएं 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं।
वहीं, पूर्वी भारत में भी 26 से 28 अप्रैल के बीच गरज, चमक और बारिश के साथ तूफानी हवाएं चलने की संभावना है। इस दौरान झारखंड में छिटपुट ओलावृष्टि की चेतावनी भी दी गई है।
बदलते मौसम का कारण: सक्रिय मौसमी सिस्टम
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, उत्तर पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ, साथ ही मध्य पाकिस्तान से लेकर उत्तर पश्चिमी यूपी तक फैली ट्रफ लाइन और बिहार से लेकर असम तक फैले चक्रवाती परिसंचरण इन बदलावों की मुख्य वजह हैं। साथ ही, 24 अप्रैल से एक नया पश्चिमी विक्षोभ हिमालयी क्षेत्रों को प्रभावित कर सकता है, जिससे उत्तर भारत में भी मौसम पलट सकता है।
24 घंटों में कहां कैसा रहेगा मौसम
स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के अनुसार, अगले 24 घंटों में पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, केरल, अंडमान और दक्षिण तमिलनाडु में भी बारिश की संभावना है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और कर्नाटक के कुछ इलाकों में हल्की वर्षा हो सकती है।
देश भर में मौसमी असंतुलन से यह साफ है कि जलवायु परिवर्तन की मार अब हमारे रोजमर्रा के जीवन पर साफ़ दिखने लगी है। जहां एक ओर तपिश जीवन कठिन बना रही है, वहीं दूसरी ओर तेज हवाएं और भारी बारिश ने भी चुनौतियां बढ़ा दी हैं। आने वाले दिनों में स्थिति कैसी रहेगी, इस पर नजर बनाए रखना ज़रूरी होगा।